संचारी रोगों से लड़ने के लिए विशेष अभियान शुरू
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ब्यूरो रिपोर्ट आरिफ खान
श्रावस्ती 08 अक्टूबर 2020
जिलाधिकारी टी0 के0 शिबु ने बताया है की संचारी रोगों के प्रभावी नियंत्रण के लिए 01 अक्टूबर से विशेष संचारी अभियान चलाए जा रहे है ,जो 31 अक्टूबर तक चलेगा इस अभियान के अन्तर्गत एएनएमए आशा और आंगनबाड़ी कार्यकत्री घर-घर जाकर लोगों को संचारी रोगों और कोरोना के प्रति जागरूक कर रही हैं। बरसात के बाद जलभराव के चलते पनपने वाले मच्छरों से बचाव की जानकारी दी जा रही है। नालियों को तली झाड़ सफाई कराते हुए उनके एंटी लार्वा दवा का छिड़काव कराया जा रहा है। संचारी रोग यथा डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया, कालाजार आदि रोगों के संचार को रोकने के लिए कई विभागों को साथ लेकर संयुक्त प्रयास चलाये जा रहे है।
आशा और आंगनबाड़ी कार्यकत्री लोगों को बरसात के बाद मच्छर जनित बीमारियों के बारे में लोगों को जानकारी दे रही हैं। शहरी क्षेत्रों में नगर पालिका, नगर पंचायतों का सहयोग लिया जा रहा है, जबकि ग्रामीण अंचल में ग्राम पंचायतों की मदद से अभियान को आगे बढ़ाया जा रहा है। ग्रामीण इलाकों में कई जगह एण्टी लार्वा दवा का भी छिड़काव कराया जा रहा है। डेंगू फैलाने वाला मच्छर इन दिनों में प्रजनन करते हैं, इसलिए कूलर, पानी की टंकी, गमले आदि में पानी एकत्रित न होने दें। कूलर व पानी की टंकी सप्ताह में एक बार खाली कर सुखा कर दोबारा इस्तेमाल करें। दिन में पूरी बाजू के कपड़े व मोजे पहनें और छोटे बच्चों को मच्छरदानी में सुलाएं।
आशा कार्यकत्री के द्वारा घर-घर भ्रमण के दौरान बुखार के रोगियों के साथ-साथ खांसी व सांस लेने में परेशानी वाले रोगियों को चिन्हित किया जा रहा है। ऐसे रोगियों पर नजर रखी जा रही है। कोविड-19 के चलते शिशुओ में नियमित टीकाकरण के सत्र आयोजित नहीं होने के चलते अनेकों शिशु जो टीकाकरण से वंचित रह गये थे। ऐसी स्थिति में सभी शिशुओं को चिन्हित एवं सूचीबद्व कर समयबद्व कार्य योजना बनाते हुये सभी शिशुओं टीकाकरण कराया जा रहा है। मलेरिया डेंगू आदि रोगों को रोकने हेतु स्वास्थ्य विभाग, पंचायती राज, नगर निगम, के द्वारा एण्टीलार्वा का साप्ताहिक छिडकाव किया जा रहा है। वाहक नियंत्रण गतिविधियों के अन्तर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में वाहक के घनत्व का आंकलन स्त्रोतों में कमी लार्वारोधी गतिविधियों व आवश्यकतानुसार फाॅगिंग करायी जा रही है।
संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत गांव में ग्राम प्रधान को अगुआ/नोडल बनाया गया है। जोकि संवेदीकरण बैठकें कराएंगे तथा ग्राम स्वास्थ्य पोषण एवं स्वच्छता समितियों की बैठकों का आयोजन कराएंगे। जिनमें वे दूसरे जन प्रतिनिधियों का भी सहयोग लेंगे। जल निगम, पशु पालन, कृषि आदि के साथ प्रधान सम्पर्क स्थापित करेगा व इनसे जुडी गतिविधियों का आयोजन कराने में भी प्रधान की मुख्य भूमिका होगी। संचारी रोगों से बचने के लिए जरूरी उपाए करने के लिए आम जनता में जागरूकता फैलाने के लिए आवश्यक कदम उठाएं जा रहे है। संचारी रोगों से बचने के लिए आमजन क्या करें और क्या न करें।
क्या करे
1. दिमागी बुखार का टीका जरूर लगवाएं।
2. मच्छरों के काटने से बचें मच्छरदानी, मच्छर, अगरबत्ती या काॅयल वगैरह का प्रयोग करें। पूरे आस्तीन की कमीज, फुल पैट मोजे पहनें।
3. सुअरों को घर से दूर रखें। रहने की जगह साफ सुथरा रखें एवं जाली लगवायें।
4. पीने के लिए इंडिया मार्का हैण्ड पम्प के पानी का प्रयोग करें। पानी हमेशा ढक कर रखें छिछला हैण्ड पम्प के पानी को खाने पीने में प्रयोग न करें।
5. पक्के व सुरक्षित शौचालय का प्रयोग करे।
6. शौच के बाद व खाने के पहले साबुन से हाथ अवश्य धोये।
7. नाखूनों को काटतें रहें। लम्बे नाख्ूानों से भोजन बनाने व खाने से भोजन प्रदूशित होता है।
8. दिमागी बुखार के मरीज को दाएं या बाएं करवट लिटाएं। यदि तेज बुखार हो तो पानी से बदन पोछते रहे।
क्या न करे-
9. बेहोशी व झटके की स्थिति में मरीज के मुॅह में कुछ भी नही डालें।
10. झोला छाप डाक्टरों के पास ना जायें।
11. घर के आस पास गंदा पानी इकट्ठा न होने दें।
12. इधर-उधर कूडा-केचरा व गंदगी न फेलायें।
13. खुले मैदान या खेतों में शौच न करें।
कोरोना से बचाव हेतु-
1. घर से बाहर कम निकले, बाहर निकलने पर मास्क का प्रयोग करें, सेनीटाईजर का प्रयोग करें।
2. कोई व्यक्ति एक दूसरे से हाथ न मिलाये,
3. सोशल डिस्टेसिंग का पालन करें।
4. खांसी, बुखार गले में खराश होने पर गर्म पानी का इस्तेमाल करे।
5. खासी बुखार होने पर अपना कोरोना का टैस्ट कराये/