मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दूसरे कार्यकाल में गजब सा बदलाव आया,क्या है बदलाव की वजह
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रिपोर्ट – सद्दाम हुसैन जिला रिपोर्टर देवरिया
देवरिया: (उ0प्र0) देवरिया उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दूसरे कार्यकाल में बदले-बदले नजर आ रहे हैं l
बेकार की बयानबाजी से किनारा और कुशल सरकार चलाने पर ध्यान. ये दो उनके मूल मंत्र बने हुए हैं. कट्टर हिंदुत्व वाली उनकी छवि का तो अब तक जिक्र ही नहीं है. इसके उलट योगी सबको साथ लेकर चलने वाले मुख्यमंत्री के तौर पर पेश आ रहे हैं l इसीलिए अब यह सवाल उठ रहा है कि आखिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में दिख रहे इस बदलाव की वजह क्या है? जवाब दिलचस्प है, लेकिन उसे बाद में जानेंगे l पहले इस बदलाव का संकेत देने वाले और उससे ही जुड़े कुछ अन्य प्रसंगों का जिक्र कर लेते हैं l
मंदिर-मस्जिदों से 60,000 से ज्यादा लाउडस्पीकर उतर गए, चुपचाप
मस्जिदों में लाउडस्पीकरों के मसले पर पूरे देश में हल्ला मचा है. लेकिन उत्तर प्रदेश जैसे धार्मिक रूप से संवेदनशील राज्य में कोई हो-हल्ला नहीं. इसके उलट बीते 15 दिनों में प्रदेश के मंदिर-मस्जिदों से 60,000 से अधिक लाउडस्पीकर उतर गए l वह भी चुपचाप, बिना किसी विवाद के. दिलचस्प बात है कि योगी आदित्यनाथ ने खुद कुछ पुराने कानूनी आदेशों को ध्यान में रखते हुए सभी सभी समुदायों से अपील की कि वे अपने धर्मस्थलों से लाउडस्पीकर हटा दें. यही नहीं, उन्होंने गोरखपुर स्थित अपने ही मठ से लाउडस्पीकर हटाने की शुरूआत करते हुए नजीर भी पेश की. इसका असर जादुई हुआ और एक-एक कर तमाम धर्मस्थलों से लाउडस्पीकर हटने लगे l
बड़े आयोजन गुजरे, कहीं कोई सांप्रदायिक तनाव नहीं
दूसरा बड़ा उदाहरण विभिन्न धार्मिक आयोजनों. उत्तर प्रदेश में रामनवमी, हनुमान जयंती, परशुराम जयंती, ईद जैसे धार्मिक आयोजन में कहीं कोई तनाव या अप्रिय घटना की खबर नहीं सुनाई दी है. यह अपने आप में बड़ी बात है. जबकि मध्य प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक, दिल्ली जैसे कई राज्यों में इन्हीं मौके पर सांप्रदायिक तनाव हो चुके हैं. उन घटनाओं को देखते हुए उत्तर प्रदेश में भी तनाव की आशंकाएं जताई जा रही थीं लेकिन सब निर्मूल साबित हुईं. यह बड़ी बात रही l